बटगवनी
स्नेहीया लगाकँ दागा देलकै सखी हे, प्रितीया लगाके दागा देलकै सखी हे
इ हम जनीतौहु सखी हे, पीया चली जैतासे ठोकीतहुँ बज्र केबार सखी हे,
स्नेहीया .....
बज्र केबार सखी हे खुजी फुजी जेतैसे बन्तिहुँ अंचरा के खुट सखी हे,
स्नेहीया .....
अँचराके खुट सखी हे खुजी फुजी जेतैसे बन्तिहँु रेशमक डोरी सखी हे,
रेशमक डोरी सखी हे टुटी फाटी जेतैसे पलंगे पर किरिया खुअबिती सखी हे,
इ हम जनीतौहु सखी हे, पीया चली जैतासे पनमा खुआके मनमा मोही तहुँ सखी हे
जरदा खुआई मनमा मोहीतहुँ सखी हे
जरदा के नीसा सखी हे पियाजी के लगीतैसे मन परीतै पुरब स्नेहीया सखी हे
स्नेहीया लगाकँ दागा देलकै सखी हे । ।
1 comments:
हम मैथिल छी मिथिला के माछ ,पान ,मखान हमर शान .!
गीत सुनब हम मिथिला के पाग हमर पहचान !
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