Wednesday, October 8, 2014

मैथिल गीत ( बिबाहक गीत )

मुठी एक उँच छथीन सीयाके सजनवाँ हे ।। २
सिया के सजनवा सखि हे दशरथ के ललनवाँ हे ।। २
मुठी एक उँच छथीन ..........

श्यामल गोर किशोर मनोहर आयल जनक भवनमाँ हे
माथपर हुनका चमकै छैन लालेलाल चन्दनमाँ हे
मुठी एक उँच छथीन ........

दशरथ गोर कौशिल्या गोरी राम भरत किया करीया हे
बुझि परैय किछु गडबड अछी बितगेल हुनकर उमरीया हे
मुठी एक उँच छथीन ........

साजी बरात अबध पुरी सौँ आयल मिथिला नगरीया
सब मिथिलानी बरात परिछकै जुरय लैन अपन नयनमा हे
मुठी एक उँच छथीन सीयाके सजनवाँ हे ।।

0 comments:

Post a Comment

Twitter Delicious Facebook Digg Stumbleupon Favorites More