Tuesday, January 28, 2014

Maithili Jebnaar Song- Ram Lakhan san sundar bar ke

                 जेबनार


राम लखन सन सुन्दर बरके जनी कोई पढीयौन गाइर हे 
केबल हासँ बिनोघक पुछीयौन उचीत कथा दुई चारी हे
प्रथम कथा पुछीयौन सजनी से कहता कनेक बिचारी हे
गोर दशरथ गोर कौशिल्या भरथ राम किया कारी हे
सुनु सखी एक अनुपम घटना अचरज लागत भारी हे
खीर खाय बालक जनयौ लैनी अबधक नारी छीनारी हे
अकथ कथा की बाजु सजनी रघु कुल के गती न्यारी हे
साठी हजार प त्र जमौलन सगरक नारी छीनारी हे
स्नेहलता कीछु आब नै कहियौन एतबे करथी करारी हे
हँसी खुशी मिथिलासे जयता भाबी देती अपन मतारी हे । ।

0 comments:

Post a Comment

Twitter Delicious Facebook Digg Stumbleupon Favorites More