समैध के गीत
समैध भोजन करैछी लजाई छी किया
राखी आगुमे थारी पछताई छी किया
कोनो होत अनुन कोनो होत नुनगर
आँहा मनमे छीपाये तमसाइै छी किया
पढेलौँ लीखेलौँ सेहो दाम लेलौँ
जखन दुधो के लैछीँ हिसाब तँ जन्मेलौँ किया
समैध भोजन करैछी लजाई छी किया
राखी आगुमे थारी पछताई छी किया
किछु आरो समैध के गीत भिडियो मे
2 comments:
समैध भोजन करैछी लजाई छी किया
राखी आगुमे थारी पछताई छी किया
कोनो होत अनुन कोनो होत नुनगर
आँहा मनमे छीपाये तमसाइै छी किया
पढेलौँ लीखेलौँ सेहो दाम लेलौँ
जखन दुधो के लैछीँ हिसाब तँ जन्मेलौँ किया
समैध भोजन करैछी लजाई छी किया
राखी आगुमे थारी पछताई छी किया
kaha se ye song milega bhiai..
यी गीतक अडीयो भिडीयो नै अैछ, यी त अपन सभक लोक गीत के खोजी के बेर हमरा भेटल तयाँय पोष्ट केलौँ
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