Monday, March 3, 2014

Maithili Song - Shankar du Shankar gabait chalu

                  नचारीे


शंकर दु शंकर गाबैत चलु जटा सँ गँगा बहाबैत चलु
कैलाश मे आयल जे दीन दुःखीया सबके गला लगाबैत चलु
जटा सँ गँगा बहाबैत चलु, हाथमे डमरु बजाबैत चलु
मस्तक पर चँन्दन लगाबैत चलु, हाथमे त्रिशुल रखैत चलु
गलामे सर्प लगाबैत चलु, अँगोमे विभुत रमाबैत चलु, जटा सँ गँगा बहाबैत चलु ।।

(२)

अरजी अरजी भोला ककरा कँ दै छि, घरमे किछ नै देखैछि
बारी बारीसँ भाँग चुनैछी आँचर पर सुखै छी, अरजी ..... २
कार्तीके गणपती झगडा कैलनी तिनका नै देखैछी
बान्हल बसँहा घाँसो नै खाई छै, डोरा किया नम्हर छै, अरजी ...... २
जहिया सँ भोला सँ घर अयलहु दुःख छोरी सुख नै देखैछी

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