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Tuesday, January 28, 2014

Maithili Jebnaar Song- Ram Lakhan san sundar bar ke

                 जेबनार


राम लखन सन सुन्दर बरके जनी कोई पढीयौन गाइर हे 
केबल हासँ बिनोघक पुछीयौन उचीत कथा दुई चारी हे
प्रथम कथा पुछीयौन सजनी से कहता कनेक बिचारी हे
गोर दशरथ गोर कौशिल्या भरथ राम किया कारी हे
सुनु सखी एक अनुपम घटना अचरज लागत भारी हे
खीर खाय बालक जनयौ लैनी अबधक नारी छीनारी हे
अकथ कथा की बाजु सजनी रघु कुल के गती न्यारी हे
साठी हजार प त्र जमौलन सगरक नारी छीनारी हे
स्नेहलता कीछु आब नै कहियौन एतबे करथी करारी हे
हँसी खुशी मिथिलासे जयता भाबी देती अपन मतारी हे । ।

Sunday, January 19, 2014

Maithili Ghazal - Uthak najari aaha jakhan jhuka leliyai

       मैथिली गजल 


उठा’क नजरि अहाँ जखन झुका लेलिएै
लजा’क पाएर अहाँ जखन नुका लेलिएै

रुप देखि एहन सुधि हरयलहुँ हम
घर जायब कोना रस्ता हम भुला गेलिएै

चान सन मुखडा केश कारी मेह'क सन
घण्टी मंदिर के जेहन श्वर सुना देलिएै

लगन जोर छल तैं संगम भेल अपन
गीत प्रीत'क संग संग गुनगुना लेलिएै

रचना सॉ अहाँ’क मोह एतेक हे ई्श्वर !
पुष्प प्रेम'क की करु जरि जे सुखा देलिएै

पिआस बढिते छल की दैव'क दोख देखू
लहास अपने कन्हा अपन उठा लेलिएै

अछि बेटि मे सजल जे प्रतिरुप अखन
पूँजी नेह'क ओकरे उपर लुटा देलिएै

फेरो असगर छी आबि अहाँ यादि बहुत
बिदा बेटि के केलौं आत्मा हम जुरा लेलिएै

धुल जमल फोटो देखैत जे नोर झरल
हवा तेज छलै ओकरा हम उडा देलिएै …!        ...अनिल मल्लिक

Maithili Ghazal - Nahi nayan kataarsa war karu

            गजल


नहि नयन कटारसँ वार करू

जुनि कामिनी एहन श्रृङ्गार करू

लिअ हारि जाई छी हम खुशी खुशी

जीवनक पथ पर तैआर रहू

धेआन हमर छै भटकि रहल

अहाँ हाल ने हमर बेहाल करु

जिनगीक रस्तामेँ जे छै धूप छाँह

काटि लेबै खुशीसँ बस हाथ धरु

अहाँ पिरीति केलौँ स्विकार हमर

जिनगी अहाँ लिअ उपहार धरु

सुख दुख जिनगी भरि चलिते छै

अहाँ साँस बनि हमर साथ रहू

सम्हारु घर आँगन तुलसी चौरा

जीवन बैतरणी सँगे पार करु…!            ….अनिल मल्लिक

Wednesday, January 1, 2014

Lyrics of Maithili Parichhan song - Purab Paschhim sa aayal sundar dulha

                       परीछन


पुरब पछीम स आएल सुन्दर दुल्हाँ जुराबे लगली हे सासु अपुनी नयनमा, जुराबे लगली हे 
माथे मानी मौरी सोभे, कुन्डल सोभे कानमा २
रेशम कँ हाँथ हे सोभे आमके कंगनमा
बाजन लागु हे, सतरंगी बजनमा २
नयन काजल सोभे सीर पर चन्दनमा,
ओठ बामे पानके लाली, मुसके पाहुनमा जुराबे लगली हे सासु अपुनी नयनमा .......

साठल हाला डाला लेसल दीयरा डाला भरी साठल दुभी ओ धनमा 
सासु परीछे सीया निरेखे सजनमा, सखी सब मँगल गाबे, मुसके पाहुनमा
बजन लागु हे, सतरंगी बजनमा,
पुरब पछीम स आएल सुन्दर दुल्हाँ जुराबे लगली हे सासु अपुनी नयनमा,
जुराबे लगली हे .................

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