मैथिली छैठके गीत ( तर्जः विध्यापती )
कार्तीक महिना चितचोर सजनिगे ।
शैन दिन परैछै घाट भोर सजनिगे ।।
ठकुआ पकेबै भुसबा बनेबै । २ ।।
नरीयल आ नेबो राखिक डाला सजेबै
डाला लक जायब घाटक ओर सजनिगे ।।
कार्तीक महिना .......
कल जोडी छठी माईके केलौँ पुजनमा
छठी माई पुरैथिन सबके मनकामना
सिया हमरा भेटथिन गोर सजनिगे ।।
कार्तीक महिना ........
कहथिन शैलेन्द्र मल्लिक सुनु मिथिलानी
छठि माई छथिन बड जगजानी
सबके आँखि भरल आछी लोर सजनिगे ।।
कार्तीक महिना चितचोर सजनिगे ।
शैन दिन परैछै घाट भोर सजनिगे ।।
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