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Monday, October 28, 2013

Lyrics of Maithili song- Muthi ek ucch chhathin

मैथिल  ( बिबाहक गीत )


मुठी एक उँच छथीन सीयाके सजनवाँ हे ।। २
सिया के सजनवा सखि हे दशरथ के ललनवाँ हे ।। २
मुठी एक उँच छथीन ..........

श्यामल गोर किशोर मनोहर आयल जनक भवनमाँ हे
माथपर हुनका चमकै छैन लालेलाल चन्दनमाँ हे
मुठी एक उँच छथीन ........

दशरथ गोर कौशिल्या गोरी राम भरत किया करीया हे
बुझि परैय किछु गडबड अछी बितगेल हुनकर उमरीया हे
मुठी एक उँच छथीन ........

साजी बरात अबध पुरी सौँ आयल मिथिला नगरीया
सब मिथिलानी बरात परिछकै जुरय लैन अपन नयनमा हे
मुठी एक उँच छथीन सीयाके सजनवाँ हे ।।

Thursday, October 24, 2013

Lyrics of Maithili song - Apni barat shiv saji liyo re

                         महेशवाणी


अपनी बरात शीव साजीलियोरे, हिमाचल नगरीया
हाराके काडा, करैत के मौरी, सर्पके माला बनालियोरे हिमाचल नगरीया
अपनी बरात शीव साजीलियोरे, हिमाचल नगरीया

जब शीव साजात अपनी बरतीया, भुत यो प्रेत संग साथ लियोरे हिमाचल नगरीया
अपनी बरात शीव साजीलियोरे, हिमाचल नगरीया

परीछन चल्ली सासु मनाईन नाग बेचारा फुफुकार दीओरे हिमाचल नगरीया
अपनी बरात शीव साजीलियोरे, हिमाचल नगरीया

छाला डाला पटकोल पुरहर फोरल बर देखनके सखी सब आओल
ओत जोरस ठहका पारदीओरे हिमाचल नगरीया ।।
अपनी बरात शीव साजीलियोरे, हिमाचल नगरीया

Tuesday, October 1, 2013

मैथिल गीत


बहीना सिया के दुल्हा श्यामल चितचोर गे

देवर लखन छथीन गोर गे ना ।।

 

जखन राम अबध सौँ चलला

बनमे तारका सुबाहु के मारला – २

उनका चरण के धुइल सौँ  बैनगेल पत्थल सौँ नारगे ।।

देवर लखन छथीन गोर गे ना ।।

 

राजा जनकजी स्वंयम्बर कएला

त्खन राम जनकपुर अयला

धनुष के तोडिते मे मचिगेल चारो दिशामे शोर गे ।।

देवर लखन छथीन गोर गे ना ।।

 

 

देखिके राम सियाके जोरी

जेना चाँदमे चमके चकोरी

देखिके टपकैय हमरा आँखी सँ लोर गे ।।

देवर लखन छथीन गोर गे ना ।।

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